Groww App के तो आपने कई सारे Ad देखे ही होंगे जैसे की एक काफी Famous Line है “ जो लोग Groww करते है वे दुसरो की नज़र मैं बड़े बन जाते है , अपने पैरो पर खड़े हो जाते है “ | Groww App हाल फ़िलहाल मैं काफी ज़्यादा बढ़ रहा है और लोगो को काफी ज़्यादा पसंद भी आने लगा है पर क्या आपने सोचा है लोगो को इस App पर इतना भरोसा क्यों है ? तो आज हम आपको बताएँगे की Groww App Kya Hai और Groww App से जुडी सभी ज़रूरी बातें जो की आपको काम आएँगी।
Groww app लोगो को काफ़ी पसंद आ रहा है इसके कई कारन हो सकते है की ये काफी सुरक्षित है और यहाँ पर लोगो को काफी ज़्यादा फ़ायदा होता है और उन्हें Brokerage के लिए भी एकदम कम से कम शुल्क देनी पड़ती होगी। इनमे से कई सारे चीज़े हो सकती है और आज हम आपके इसके बारे मैं ही सब बताएँगे पूर्ण विस्तार से।
Groww App Kya Hai ?
Groww App भारत का एक काफी जाना माना Application है जो की एक Discount Broker है Stock Market का और इसे हम कह सकते है All In One Financial Investment Platform |
यहाँ पर आपको काफ ज़्यादा भाग दौर जैसे की Demat Account खोलना , सभी कागज़ात भरना ये सब से आपको छुटकारा दिलाती हिअ और आप बड़े आराम से निवेश या Trading दोनों कर सकते है। आप इसे या तो Mobile App के ज़रिये चला सकते है या फिर चाहे तो सीधे Website से ही इस्तेमाल कर सकते है।
अगर आप पहली बार भी Invest करने जा रहे है तो भी ये app काफी ज़्यादा सही होगा आपके लिए क्यूंकि इसका Interface काफी ज़्यादा User Friendly है।
Groww App किसने बनाया है ?
अब आपके मन मैं भी ये सवाल तो आया ही होगा की Groww जितना सही एवं लोगो के लिए सठीक aap बनाया किसने होगा। तो आईये आपको हम बताते है 4 दोस्तों की कहानी जो की साथ मैं काम करते थे Flipkart मैं पर उन्होंने सोचा 2017 मैं की वे एक ऐसा App बनाना चाहते है जहा पर Investing आसान हो जाए। तो आईये हम आपको कहानी बताते है Lalit Keshre , Harsh Jain , Ishan Bansal , Neeraj Singh |
Lalit Keshre – Co Founder and CEO
Lalit Keshre Groww के CEO हैं। Lalit व्यवसाय के सभी पहलुओं, मुख्य रूप से Groww में उत्पाद और ग्राहक अनुभव की देखभाल करते हैं। Groww शुरू करने से पहले, Lalit Flipkart में एक वरिष्ठ उत्पाद प्रबंधन की भूमिका में थे, जहां उन्होंने Flipkart Quick को Launch और नेतृत्व किया और Flipkart Marketplace को Launch करने में मदद की। इससे पहले, Lalit ने Eduflix नामक एक Online शिक्षण कंपनी की स्थापना की थी, और वह Ittiams System में शुरुआती Team के सदस्य भी रहे हैं।
Harsh Jain – Co Founder and COO
Harsh Jain Groww में Growth और Business के प्रमुख हैं। Groww से पहले, Harsh Flipkart में उत्पाद प्रबंधन Team का हिस्सा थे। इससे पहले, Harsh ने एक कहानी सुनाने वाले start up की सह – स्थापना की थी। Harsh ने IIT Delhi से Electrical Engineering में B Tech और सूचना एवं संचार Engineering में Masters Degree हासिल की है। उन्होंने UCLA School of Management से उत्पाद प्रबंधन और विपणन में MBA की पढ़ाई की।
Neeraj Singh – Co Founder and CTO
Neeraj Groww में उत्पाद विकास और ग्राहक अनुसंधान के प्रमुख हैं। एक उत्साही Engineer , समाधान Developer और Coder, नीरज एक Engineering प्रबंधक के रूप में Flipkart के साथ थे और उन्होंने Groww शुरू करने से पहले Flipkart Customer Return और Refund प्रणाली का निर्माण किया था। नीरज के पास ITM Gwalior से सूचना प्रौद्योगिकी में BE की Degree और CDSE से एडवांस्ड कंप्यूटिंग में पीजी डिप्लोमा है।
Ishan Bansal – Co Founder and CFO
Ishan Groww में वित्त प्रमुख हैं। इससे पहले, Ishan ने Flipkart में Corporate Development Domain में काम किया था। उन्होंने Naspers में Corporate Growth और M & A को भी संभाला है। Ishan ने BITS Pilani से स्नातक की उपाधि प्राप्त की है, एक्सएलआरआई, जमशेदपुर से वित्त में एमबीए किया है और सीएफए चार्टर धारक हैं।
Groww का इतिहास क्या है ?
अपने स्वयं के अनुभव और अपने दोस्तों और परिचितों के आधार पर, संस्थापकों ने महसूस किया कि भारत में वित्तीय उत्पादों में निवेश की प्रक्रिया बहुत जटिल और अपारदर्शी है। भारत में निवेश योग्य आय वाले लगभग 200 million लोग हैं, जबकि केवल 20 million ही सक्रिय रूप से निवेश करते हैं।
अगले 180 million को अपने साथ लाने का एक मात्र तरीका निवेश को सरल बनाना है। Groww का लक्ष्य लोगों को यथासंभव सरल तरीके से निवेश शुरू करने के लिए आवश्यक जानकारी, संसाधन और उपयोगकर्ता अनुभव प्रदान करना है।
प्रारंभ में, संस्थापक Team को बाज़ार को समझने और उपयोगकर्ताओं की मूल भूत समस्याओं की पहचान करने में बहुत समय लगा। सही उपयोगकर्ता अनुभव का पता लगाने के लिए उन्हें कई प्रयोग भी करने पड़े। इसके अलावा, क्योंकि उपयोगकर्ता की मेहनत की कमाई दांव पर थी, उन्हें एक सुरक्षित उत्पाद भेजना था, और इसे बनाने में उन्हें कुछ समय लगा।
2017 में, Groww ने प्रत्यक्ष Mutual Fund वितरण मंच के रूप में शुरुआत की और एक साल के भीतर देश में सबसे लोकप्रिय Mutual Fund Investment Platform से एक बन गया।
उपयोगकर्ता की मांग के बाद, Groww ने 2020 की शुरुआत में Stock जोड़ा और उसी वर्ष Digital Gold , ETF, Intraday Trading , IPO को तेजी से Launch किया। आज, भारत भर के 900 से अधिक शहरों में 1.5 करोड़ से अधिक उपयोगकर्ता अपनी निवेश आवश्यकताओं के लिए Groww पर भरोसा करते हैं।
Groww तरह के trading कर सकते है ?
अब अगर आपने सोच ही लिया है की आपको Groww पे Trading करना है , तो आईये हम आपको बताते है की Groww पे आप किस किस तरह के Trading कर सकते है।
- Scalping Trading : Scalping Trading में सबसे कम समय सीमा है और यह मुद्रा की कीमतों में छोटे बदलावों का फायदा उठाती है। स्कैलपर्स पारंपरिक बाज़ार निर्माताओं या विशेषज्ञों की तरह कार्य करने का प्रयास करते हैं। स्प्रेड बनाने का अर्थ है बोली/आस्क का अंतर हासिल करने के लिए बोली मूल्य पर खरीदना और पूछी गई कीमत पर बेचना। यह प्रक्रिया तब भी लाभ कमाने की अनुमति देती है जब बोली और मांग बिल्कुल भी आगे नहीं बढ़ती है, जब तक ऐसे व्यापारी हैं जो बाजार मूल्य लेने के इच्छुक हैं। इसमें आम तौर पर किसी स्थिति को शीघ्रता से स्थापित करना और समाप्त करना शामिल होता है, आमतौर पर मिनटों या सेकंड के भीतर।
- Day Trading : Day Trading हम उस तरह की Trading को बोलते है जहा पर Trader किसी भी Financial Instrument की खरीद और बेच को एक ही दिन मैं करता है वो भी Market बंद होने के पहले ताकि सभी Positions अपनी बंद करके अपना Profit निकल ले वो और कुछ भी अगले दिन के लिए न चोरे क्यूंकि कोई भी घटना हो सकती है जहा पर जोखिम इतना की पैसे गवाने से कोई नहीं रोक सकता। इससे Trader दिन के Closing एवं अगले दिन के Opening के बीच आने वाले अनदेखी जोखिमों से बच जाता है।
- Swing Trading : Swing Trading काफी हद तक Day Trading के जैसा ही होता हिअ पर यहाँ पर बस एक दिन की जगे , Traders 2 से 3 दिनों तक रखते है किसी भी financial Instrument को और जैसे जैसे उनके दाम बदलते है , वे अपना Profit ले कर उसे बेच देते है। यहाँ पर आपको मौका मिलता है की आप 2 से 3 दिन के बीच जो सबसे सठीक भाव रहता है आपके Financial Instrument का , आप उसके अनुसार अपना Profit ले सकते है।
- Momentum Trading : Momentum Trading के मामले मैं ऐसा कोई समय नहीं होता की आपको इतने दिन रुकना है फिर बेचना है। Momentum Trading मैं जो Trader होता है , वो कोई भी Financial Instrument खरीदने के बाद तब तक रुकने को तैयार होता है जब तक उसे वो भाव न मिल जाये जो की उसने तय करके रखा हो पहले से ताकि उसका सबसे ज़्यादा Profit हो। अब वो चाहे तो अपने Financial Instrument को कुछ घंटो मैं भी बेच सकता है या कुछ दिनों मैं भी बेच सकता है। ये पूरी तरह से निर्भर करता है की आप कितना Profit कामना चाहते हो।
Groww पर आप किन Financial Instrument पर निवेश कर सकते है ?
अब गार आपने भी सोच ही लिया है की आपको Groww के ज़रिये पैसे निवेश करने है तो आईये जानते है कौन से best Financial Instrument होंगे आपके लिए जिनपे आप निवेश करके बड़े आराम से पैसे कमा सकते है।
Shares एवं Stocks
आज Shares के बारे मैं कौन नहीं जनता। Shares काफी हद तक आपको एक सुरक्षित रूप से Trading का मौका देते है जहा पर आप चाहे तो Shares के दाम बढ़ने और घटने के अनुसार लेन देन कर सकते है या अगर आपने कुछ समय तक रख लिया share अपने पास और आपके पास उतना धैर्य है तो आपको सीधे Company की ओर से Dividend मिलेगा।
Shares कई प्रकार के होते है जैसे की equity shares, preference shares, deferred shares, redeemable shares, bonus shares, right shares और अगर आप किसी Company मैं काम करते है तो आपके लिए Employee Stock Option की भी सुविधा रहती है।
अगर आप सही खोज बीन के बाद कोई अच्छी Company के बारे मैं पता लगा लेते है तो आपके लिए Shares के ज़रिये Trading करना काफी अच्छा साबित हो सकता है क्यूंकि गलत Company चुन ने से आपको कोई बड़ा नुक्सान नहीं होगा पर ऐसा हो सकता है की आप बड़ा फ़ायदा कमाने का मौका चोर दे।
Mutual Funds
Mutual Fund एक इन्वेस्टमेंट फण्ड है जिसका काम है की वह निवेशकों से पैसे ले और उसका इस्तमाल आकरके प्रतिभूति खरीदे। यह शब्द का सबसे ज़्यादा प्रयोग किया जाता है अमेरिका, कनाडा एवं भारत मैं किए जाता है। Mutual Funds को विभिन्न भागो मैं भगा गया है उसके निवेश के तरीको के आधार पर जिनका नाम है मनी मार्किट फंड्स, बांड या फिर फिक्स्ड इनकम फंड्स, स्टॉक या इक्विटी फंड्स एवं हाइब्रिड फंड्स।
फंड्स को एक और भाग मैं बांटा जा सकता है जिसे हम कहते है इंडेक्स फंड्स जहा पर फंड्स को निष्क्रिय ढंग से देखा और संभाला जाता है जैसे की स्टॉक मार्किट इंडेक्स हो गया एवं बांड मार्किट इंडेक्स। सक्रिय तरह के फंड्स भी होते है जो ऊँची छलांग मारकर स्टॉक मार्किट को पीछे चोर्ने के लिए जाने जाते है पर उनको देखने और सँभालने के लिए शुल्क ज़्यादा लगते है अगर हम इंडेक्स फंड्स से तुलना करके देखे तो।
Mutual Funds को लेकर एक खबर जो सब जानते है वह ये है की Mutual Funds बेसरकारी है परन्तु असलियत तो यह है की Mutual Funds बिलकुल सरकारी है एवं Mutual Funds पर नज़र रखने के लिए अलग से विभाग बनाये जाते है देशो मैं ताकि फंड्स को लेकर कुछ बेसरकारी न हो।
हर साल , Mutual Funds को एक रिपोर्ट भेजनी पार्टी है सरकार को जहा पर उन्हें हर एक छोटी से छोटी चीज़े लिखनी पार्टी है जैसे की उनका मार्किट मैं प्रदर्शन कैसा रहा, फिर उनके प्रदर्शन को बाकि फंड्स की तुलना मैं भी देखा जाता है। इसके अलावा उन्हें यह भी बताना परता है की साल भर मैं उन्होंने निवेशकों से कितनी कीमत ली एवं उन्होंने कितने फंड्स रखे थे पुरे समय।
Mutual Funds आपके लिए काफी सही हो सकता है क्यूंकि यहाँ पर जोखिम ना के बराबर है क्यूंकि यहाँ पर सर्कार खुद ध्यान देती है की आम जनता के पैसे सही सलामत रहे और पैसो की कोई हेरा फेरी ना हो।
Bonds
Bond एक तरह की Security मैं गिन सकते है जहा पर आप Bond लेने के बदले पैसे दे सकते है और Bond की जब Maturity आ जाती है तो आपको अपने दिए हुए पैसे , Interest के साथ वापस मिलते है और यहाँ पर Maturity का समय पहले से तय किया जाता है दोनों तरफ के लोगो से।
कई लोग Bond को Loan के रूप मैं भी देखते है जो की बिलकुल सही है एक तरह से क्यूंकि आप अपनी एक चीज़ गिरवी रख कर पैसे ले रहे है बस फरक ये है की आप यहाँ पर सरकारी Bond ले सकते है और सरकारी Bond के बारे मैं हम सब जानते है की ये आज नहीं तो कल फ़ायदा ही देगा।
ऐसे तो काफी हद तक Bond एवं Stock एक जैसे ही होते है बस अंतर इतना है की जब प्राथमिकता की बात आती है तो Bond Holder को ऊपर रखा जाता है Stock Holders से।
Commodities
Commodity को अगर हम Market के रूप से देखे तो वह एक आर्थिक उत्पाद है जो की काफी ज़्यादा फायदेमंद होता है और इन उत्पादों के काम के अनुसार इनकी कीमत की पुष्टि होती है।
अगर ये Commodity काफी बड़ी मात्रा मैं उपलब्ध रहती है तो इनकी कीमत काम हो जाती है वही पर अगर ये काम मात्रा मैं उपलब्ध रहे तो इनकी कीमत बढ़ जाती है।
ऐसे मैं सरकार काफी हद तक चाहती है की आम जनता Commodity के ज़रिये पैसे कमाए क्यूंकि कमोडिटी की मांग कभी कम नहीं होगी। Commodity जैसे Petrol या Coal हमे हमेशा ही काम आएंगे।
Conclusion :
अगर आप कई समय से सोच रहे थे की आपको Groww के ज़रिये पैसे निवेश करने है पर Groww के बारे मैं ज़्यादा जानकारी नहीं थी आपको , तो आशा करते है की हम आपको Groww से जुडी सभी जानकारी दे पाए जो की आपके काम आ सकती है।
तो Groww का इस्तेमाल किया आपने ?
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