अगर हम सरल भाषा मैं कहे तो बस प्रतिभूतियों का लेन देन है जिसके ज़रिये आप रोज़ पैसे कमा सकते है। सुनने मैं काफी आसान लगा न ? पर अगर आपको सही जानकारी न हो तो ये आपके लाखो रुपये डूबा सकता है और रातों की नींद छीन सकता है। अब डरावना लगा न ? पर यही अगर आपको पता हो की Trading Kya hai तो आप बड़े आराम से पैसे कमा सकते है तकलीफ के।
अगर आप सही ढंग से बिना पैसे गवाए Trading करना चाहते है तो आपको ध्यान देना होगा सभी ज़रूरी चीज़ो पर जैसे की Market के उतार चढ़ाव के बारे मैं ताकि आप पैसे कमाने का कोई मौका न छोरे और उससे भी बड़ी बात आप पैसे गवा न दे। Trading ऐसा कुछ नहीं है जो की आप बैठे बैठे बड़े आराम से एक ही दिन मैं जान लेंगे , ऐसा हो सकता है की शुरुआत मैं कुछ हज़ारो रुपये कमा ले पर अगले ही दिन लालच के चक्कर मैं आप लाखो गवा भी सकते है।
Trading Kya hai ?
अगर आसान भाषा मैं समझे तो Trading का अर्थ है खरीद और बेच Financial Instruments की जहा पर हमारा मूल उद्देश्य है की हमे इस खरीद बेच के दौरान पैसे कमाने है। यह Financial Instruments कई प्रकार के assets होते है जिनकी एक कीमत पहले से होती है और Market के अनुसार उनकी कीमत ऊपर और नीचे जाते है।
यहाँ पर आपको काफी सोच समझ कर पैसे लगा कर खरीदने है Assets और जब आपको दिखे की अब आप अपना फ़ायदा कमा सकते है , तब ही आपको बेचने है वह Assets | आपने आम तौर पर सिर्फ Share , Stocks या फिर Mutual Funds के बारे मैं ही सुना होगा पर आज Market मैं ऐसे हज़ारो Financial इंस्ट्रूमेंटसे जिनके ज़रिये आप Trading करके पैसे कमा सकते है।
क्या हमने Desh मैं कुछ काबिल Trader देखे है ?
As part of their CSR initiative to support the 2nd medical college in Guwahati, Shri Radhakishan Damani handed over a cheque of Rs. 30 crore to HCM Dr @himantabiswa today.
This is part of the 150 crore MoU signed by Damani Foundation with Govt of Assam for the medical college. pic.twitter.com/BONnYAsuX3
— Chief Minister Assam (@CMOfficeAssam) June 3, 2023
मैं ये सवाल तो आया ही होगा न की अगर ये इतना जोखिम भरा काम है तो क्या पहले हमारे देश मैं किसीने इस काम को करके सही तरह से पैसे कमाए है क्या और आज क्या उनका बड़ा नाम है पुरे देश मैं ?
आपने Radhakishan Damani का नाम पर क्या आप जानते है वो आज देश के काफी ज़्यादा जाने माने Trader है जिन्होंने अपना पारिवारिक व्यापार चोर कर , market के बारे मैं जाना और अच्छे से Research किया और फिर जाकर ये निर्णय लिया की उन्हें ट्रडिंगकी ओर ही जाना है।
शुरुआती दौर मैं उन्होंने Short Selling के ज़रिये थोड़े थोड़े पैसे कमाए पर जब 1992 मैं Harshad Mehta का scam बहार आया , तब तो मानो Rakhakishan जी की कमाइ आसमान चुने लग गयी थी। फिर जब 1995 मैं HDFC ने Public होकर Share Holder बन ने , तब Radhakishan जी HDFC के सबसे बड़े Share Holder थे।
धीरे धीरे Trading के द्वारा कमाए गए पैसो के ज़रिये उन्होंने अपना एक डिपार्ट,ment स्टोरेका chain भी खोल लिया जिसका नाम है D Mart | उनकी ये Company भी काफी तेज़ चल पड़ी और आज वो Company भी Public हो चुकी है।
Trading और अपने व्यापार के ज़रिये 2020 मैं उनकी Net Worth थी करीबन 16.5 Billion Dollar जो की बढ़ कर आज है करीबन 18.9 Billion Dollar |
क्या Trading एवं Investment अलग होते है ?
अब आपको लग रहा होगा की Trading एवं Investing दोनों सुनने मैं तो एक जैसा ही है तो इसमें अंतर तो कुछ है नहीं। पर ऐसा नहीं है , दोनों मैं काफी ज़्यादा अंतर है अगर हम ध्यान दे तो। यहाँ पर हमारा मूल अंतर रहता है की हम किस तरह से फ़ायदा कमा रहे और किस तरह से Ownership ले रहे। आईये आपको समझते है।
Trading मैं अक्सर ऐसा होता है की Trader जो है वो जब Asset के दाम नीचे जाते है तब खरीद लेता है सिर्फ Short Term या Medium Term के लिए और जैसे ही उनके दाम ऊपर जाते है तो वह उन्हें बेच कर अपना Profit कमा लेता है। क्यूंकि ये काम काफी कम समय के लिए होता है , तो shares की ownership नहीं मिलती है Trader को।
वही दूसरी तरफ , Investor जो होता है वो एक बड़े Asset को एक बार मैं खरीद कर रख लेता है चाहे उसका दाम ज़्यादा हो या कम और उसकी Ownership भी ले लेता है। यह काम वो Long term के लिए करता है और आगे चल कर इस Asset को वह कई ज़्यादा बड़े दाम पर बेच कर पैसे कमा लेता है।
Trading किस तरह के होते है ?
Trading कई तरह के होते है और उसके आधार पर ही आप आगे बढ़ते है। नीचे हमने दे दिए है की Trading किन किन प्रकार के होते है।
- Scalping Trading : Scalping Trading में सबसे कम समय सीमा है और यह मुद्रा की कीमतों में छोटे बदलावों का फायदा उठाती है। स्कैलपर्स पारंपरिक बाज़ार निर्माताओं या विशेषज्ञों की तरह कार्य करने का प्रयास करते हैं। स्प्रेड बनाने का अर्थ है बोली/आस्क का अंतर हासिल करने के लिए बोली मूल्य पर खरीदना और पूछी गई कीमत पर बेचना। यह प्रक्रिया तब भी लाभ कमाने की अनुमति देती है जब बोली और मांग बिल्कुल भी आगे नहीं बढ़ती है, जब तक ऐसे व्यापारी हैं जो बाजार मूल्य लेने के इच्छुक हैं। इसमें आम तौर पर किसी स्थिति को शीघ्रता से स्थापित करना और समाप्त करना शामिल होता है, आमतौर पर मिनटों या सेकंड के भीतर।
- Day Trading : Day Trading हम उस तरह की Trading को बोलते है जहा पर Trader किसी भी Financial Instrument की खरीद और बेच को एक ही दिन मैं करता है वो भी Market बंद होने के पहले ताकि सभी Positions अपनी बंद करके अपना Profit निकल ले वो और कुछ भी अगले दिन के लिए न चोरे क्यूंकि कोई भी घटना हो सकती है जहा पर जोखिम इतना की पैसे गवाने से कोई नहीं रोक सकता। इससे Trader दिन के Closing एवं अगले दिन के Opening के बीच आने वाले अनदेखी जोखिमों से बच जाता है।
- Swing Trading : Swing Trading काफी हद तक Day Trading के जैसा ही होता हिअ पर यहाँ पर बस एक दिन की जगे , Traders 2 से 3 दिनों तक रखते है किसी भी financial Instrument को और जैसे जैसे उनके दाम बदलते है , वे अपना Profit ले कर उसे बेच देते है। यहाँ पर आपको मौका मिलता है की आप 2 से 3 दिन के बीच जो सबसे सठीक भाव रहता है आपके Financial Instrument का , आप उसके अनुसार अपना Profit ले सकते है।
- Momentum Trading : Momentum Trading के मामले मैं ऐसा कोई समय नहीं होता की आपको इतने दिन रुकना है फिर बेचना है। Momentum Trading मैं जो Trader होता है , वो कोई भी Financial Instrument खरीदने के बाद तब तक रुकने को तैयार होता है जब तक उसे वो भाव न मिल जाये जो की उसने तय करके रखा हो पहले से ताकि उसका सबसे ज़्यादा Profit हो। अब वो चाहे तो अपने Financial Instrument को कुछ घंटो मैं भी बेच सकता है या कुछ दिनों मैं भी बेच सकता है। ये पूरी तरह से निर्भर करता है की आप कितना Profit कामना चाहते हो।
Trading के लिए कौन से Assets बिलकुल सही है ?
अब अगर आप Trading करने जाते है , तो आपके मन मैं ये सवाल तो आएगा ही न की Trading करने के लिए सबसे सही Assets कौन से होंगे जहा पर आपको जोखिम भी काम उठाना पड़े एवं आपका फ़ायदा भी कम न हो।
आईये आपको कुछ ऐसे Assets बताते है : –
Shares एवं Stocks
आज Shares के बारे मैं कौन नहीं जनता। Shares काफी हद तक आपको एक सुरक्षित रूप से Trading का मौका देते है जहा पर आप चाहे तो Shares के दाम बढ़ने और घटने के अनुसार लेन देन कर सकते है या अगर आपने कुछ समय तक रख लिया share अपने पास और आपके पास उतना धैर्य है तो आपको सीधे Company की ओर से Dividend मिलेगा।
Shares कई प्रकार के होते है जैसे की equity shares, preference shares, deferred shares, redeemable shares, bonus shares, right shares और अगर आप किसी Company मैं काम करते है तो आपके लिए Employee Stock Option की भी सुविधा रहती है।
अगर आप सही खोज बीन के बाद कोई अच्छी Company के बारे मैं पता लगा लेते है तो आपके लिए Shares के ज़रिये Trading करना काफी अच्छा साबित हो सकता है क्यूंकि गलत Company चुन ने से आपको कोई बड़ा नुक्सान नहीं होगा पर ऐसा हो सकता है की आप बड़ा फ़ायदा कमाने का मौका चोर दे।
Mutual Funds
Mutual Fund एक इन्वेस्टमेंट फण्ड है जिसका काम है की वह निवेशकों से पैसे ले और उसका इस्तमाल आकरके प्रतिभूति खरीदे। यह शब्द का सबसे ज़्यादा प्रयोग किया जाता है अमेरिका, कनाडा एवं भारत मैं किए जाता है। Mutual Funds को विभिन्न भागो मैं भगा गया है उसके निवेश के तरीको के आधार पर जिनका नाम है मनी मार्किट फंड्स, बांड या फिर फिक्स्ड इनकम फंड्स, स्टॉक या इक्विटी फंड्स एवं हाइब्रिड फंड्स।
फंड्स को एक और भाग मैं बांटा जा सकता है जिसे हम कहते है इंडेक्स फंड्स जहा पर फंड्स को निष्क्रिय ढंग से देखा और संभाला जाता है जैसे की स्टॉक मार्किट इंडेक्स हो गया एवं बांड मार्किट इंडेक्स। सक्रिय तरह के फंड्स भी होते है जो ऊँची छलांग मारकर स्टॉक मार्किट को पीछे चोर्ने के लिए जाने जाते है पर उनको देखने और सँभालने के लिए शुल्क ज़्यादा लगते है अगर हम इंडेक्स फंड्स से तुलना करके देखे तो।
Mutual Funds को लेकर एक खबर जो सब जानते है वह ये है की Mutual Funds बेसरकारी है परन्तु असलियत तो यह है की Mutual Funds बिलकुल सरकारी है एवं Mutual Funds पर नज़र रखने के लिए अलग से विभाग बनाये जाते है देशो मैं ताकि फंड्स को लेकर कुछ बेसरकारी न हो।
हर साल , Mutual Funds को एक रिपोर्ट भेजनी पार्टी है सरकार को जहा पर उन्हें हर एक छोटी से छोटी चीज़े लिखनी पार्टी है जैसे की उनका मार्किट मैं प्रदर्शन कैसा रहा, फिर उनके प्रदर्शन को बाकि फंड्स की तुलना मैं भी देखा जाता है। इसके अलावा उन्हें यह भी बताना परता है की साल भर मैं उन्होंने निवेशकों से कितनी कीमत ली एवं उन्होंने कितने फंड्स रखे थे पुरे समय।
Mutual Funds आपके लिए काफी सही हो सकता है क्यूंकि यहाँ पर जोखिम ना के बराबर है क्यूंकि यहाँ पर सर्कार खुद ध्यान देती है की आम जनता के पैसे सही सलामत रहे और पैसो की कोई हेरा फेरी ना हो।
Bonds
Bond एक तरह की Security मैं गिन सकते है जहा पर आप Bond लेने के बदले पैसे दे सकते है और Bond की जब Maturity आ जाती है तो आपको अपने दिए हुए पैसे , Interest के साथ वापस मिलते है और यहाँ पर Maturity का समय पहले से तय किया जाता है दोनों तरफ के लोगो से।
कई लोग Bond को Loan के रूप मैं भी देखते है जो की बिलकुल सही है एक तरह से क्यूंकि आप अपनी एक चीज़ गिरवी रख कर पैसे ले रहे है बस फरक ये है की आप यहाँ पर सरकारी Bond ले सकते है और सरकारी Bond के बारे मैं हम सब जानते है की ये आज नहीं तो कल फ़ायदा ही देगा।
ऐसे तो काफी हद तक Bond एवं Stock एक जैसे ही होते है बस अंतर इतना है की जब प्राथमिकता की बात आती है तो Bond Holder को ऊपर रखा जाता है Stock Holders से।
Commodities
Commodity को अगर हम Market के रूप से देखे तो वह एक आर्थिक उत्पाद है जो की काफी ज़्यादा फायदेमंद होता है और इन उत्पादों के काम के अनुसार इनकी कीमत की पुष्टि होती है।
अगर ये Commodity काफी बड़ी मात्रा मैं उपलब्ध रहती है तो इनकी कीमत काम हो जाती है वही पर अगर ये काम मात्रा मैं उपलब्ध रहे तो इनकी कीमत बढ़ जाती है।
ऐसे मैं सरकार काफी हद तक चाहती है की आम जनता Commodity के ज़रिये पैसे कमाए क्यूंकि कमोडिटी की मांग कभी कम नहीं होगी। Commodity जैसे Petrol या Coal हमे हमेशा ही काम आएंगे।
Crypto Currency
Crypto Currency आज की इस digital दुनिया का Modern तरीका है trading करने का जहा पर सब कुछ कॉम्पूटरके माध्यम से होता है और यहाँ पर सर्कार या Bank की ज़िम्मेदारी नहीं होती है Funds को सँभालने की।
Crypto Currency भौतिक रूप में (कागजी मुद्रा की तरह) मौजूद नहीं है और आमतौर पर इसे किसी केंद्रीय प्राधिकरण द्वारा जारी नहीं किया जाता है। Crypto Currency आमतौर पर केंद्रीय बैंक digital मुद्रा के विपरीत विकेंद्रीकृत नियंत्रण का उपयोग करती है।
जब किसी Crypto Currency का निर्माण किया जाता है, जारी करने से पहले बनाया जाता है, या एकल जारीकर्ता द्वारा जारी किया जाता है, तो इसे आम तौर पर केंद्रीकृत माना जाता है। जब विकेंद्रीकृत नियंत्रण के साथ कार्यान्वित किया जाता है, तो प्रत्येक Crypto Currency वितरित बहीखाता तकनीक के माध्यम से काम करती है, आमतौर पर एक ब्लॉकचेन, जो सार्वजनिक वित्तीय लेनदेन डेटाबेस के रूप में कार्य करती है।
Crypto Currency मैं आपको पैसो का ढेर दिख सकता है पर यहाँ पर जोखिम भी काफी ज़्यादा है क्यूंकि ये digital ज़माने का trading है और ये बात हमे आपको नहीं बतानी पड़ेगी की Digital ज़माने के Digital scam कितने ज़्यादा बढ़ गए है। तो यहाँ पर आपको काफी सोच समझ कर प्रवेश करना है।
Online Trading Kya hai ?
पहले के ज़माने मैं हमे Stock Exchange मैं जाकर Trading करना पड़ता था पर अब ज़माना बदल गया है , हम घर बैठे बैठे Online Trading भी कर सकते है। बस सबसे पिछ्ले हम SEBI के द्वारा मान्यता दी गयी किसी भी भरोसेमंद Company के साथ अपना Online Trading Account खोल लेना है।
आज की इस digital ज़माने मैं Trading Account आप अपने घर पर बैठे बैठे बिना किसी भाग दौर के आराम से अपने कागज़ mobile मैं ही upload करके सिर्फ कुछ ही मिंटो मैं अपना Trading Account खोल सकते है।
Online Trading Platform और आपका Trading Account Dashboard आपको विभिन्न ट्रेडिंग विकल्पों, ऑर्डर के प्रकार जो आप रख सकते हैं, लेआउट और व्यापार में शामिल विभिन्न तत्वों को समझने में मदद करेगा। वित्तीय फर्म जिसके साथ आपका ट्रेडिंग खाता है उस पर निर्भर करता है, कि आप को विभिन्न मुक्त उपकरण जो बाजार को समझने में और रणनीति बनाने में आपकी मदद करेंगे।
Conclusion :
अगर आप कई समय से जान न चाहते थे की Trading क्या है और यहाँ पर आप पैसे कैसे कमा सकते है तो आशा करते है की हम आपकी खोज को ख़तम कर पाए और आपको Trading से जुडी सभी ज़रूरी बातें बता पाए जो की आपको एक अच्छा ट्रेडरबन ने मैं मदद करेंगी।
तो अब आप हमे बताये की Trading क्या है ?
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