“देश को दो जगहों से बदला जा सकता है, एक बिलकुल नीचे, मजदूर, किसान, क्रांतिया और एक ऊपर से, IAS, IPS, IRS” – TVF ASPIRANTS
12वीं कक्षा के पास होने के बाद, यह निर्णय लेना काफी महत्वपूर्ण होता है कि आप अपने करियर की दिशा कैसे निर्धारित करें| जिसमे से यूपीएससी (UPSC) जैसी प्रतिष्ठित परीक्षा की तैयारी करना एक विकल्प हो सकता है, खासकर उन छात्रों के लिए जो सार्वजनिक प्रशासनिक सेवाओं (Public Administrative Services) में अपना करियर बनाने की इच्छा रखते हैं| यह लेख आपको IAS, IPS या UPSC परीक्षा से सम्बंधित सम्पूर्ण जानकारी प्रदान करेगा| आइए आगे जानते है, UPSC KI TAIYAARI KAISE KARE शुरू:
IAS EXAM CONDUCTING BODY | UPSC |
OFFICIAL WEBSITE | http://upsc.gov.in/ |
EXAM MODE | Offline |
AGE | 21 – 32 years |
MINIMUM QUALIFICATION | Graduation from any stream |
EXAM PATTERN | Prelims (MCQ)Mains (Descriptive) |
IAS EXAM PRELIMS DATE | 26th May, 2024 |
IAS EXAM MAINS DATE | Begins from 20th September, 2024 |
UPSC क्या है?
UPSC का मतलब है – Union Public Service Commission, जो सरकार भारतीय सिविल सर्विसेज एवं कई सरकारी नौकरियो के लिए प्रति वर्ष परीक्षायें आयोजित करती है| यह संस्था भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS), भारतीय पुलिस सेवा (IPS), भारतीय विदेश सेवा (IFS), भारतीय राजस्व सेवा (IRS) और अन्य कई सेवाओं के लिए योग्य उम्मीदवारों का चयन करती है| UPSC की परीक्षाएं बहुत प्रतिस्पर्धी होती हैं और इनमें लाखों उम्मीदवार हर साल भाग लेते हैं, जिससे यह भारत में सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक मानी जाती है|
UPSC KI TAIYAARI KAISE KARE? – UPSC की तैयारी शुरू कैसे करे?
सिविल सर्विसेज परीक्षा के लिए आवेदन करने के लिए कम से कम बैचलर की डिग्री (कोई भी स्ट्रीम) की आवश्यकता होती है, लेकिन इस परीक्षा की तैयारी को 12वीं के बाद शुरू किया जा सकता है| यदि आप 12वीं के बाद आईएएस की तैयारी करने का निर्णय लेते हैं, तो निम्नलिखित रणनीतियों का पालन कर सकते हैं:
- सही स्ट्रेटजी बनाएं – आपको तैयारी की शुरुआत में सही स्ट्रेटजी बनानी होगी|
- ग्रेजुएशन विषय का चयन – अपनी पसंद के विषय का चयन करें जिसमें आपका रूचि हो|
- सिलेबस का परीक्षण – UPSC के सिलेबस को ध्यान से देखें और इसे अच्छी तरह से समझें|
- टाइम टेबल – अपने दिन का समय सार्थक बनाने के लिए सही टाइम टेबल बनाएं|
- करंट अफेयर्स – समय-समय पर करंट अफेयर्स और समाचारों का अध्ययन करें|
- बजट का विश्लेषण – हर वर्ष के बजट का विश्लेषण करें क्योंकि यह UPSC परीक्षा में महत्वपूर्ण हो सकता है|
- NCERT की किताबें – NCERT की किताबों का अध्ययन शुरू करें क्योंकि ये परीक्षा की तैयारी के लिए बहुत महत्वपूर्ण होती हैं|
- नियमित पढ़ाई – रोजाना 4-5-6 घंटे पढ़ाई करें, स्थिरता बनी रेहनी चाहिए|
- लिखने का अभ्यास – लिखने का अभ्यास करें क्योंकि UPSC परीक्षा में लिखित भाग बहुत महत्वपूर्ण होता है|
- शॉर्ट नोट्स बनाएं – महत्वपूर्ण विषयों के लिए शॉर्ट नोट्स बनाएं|
- मॉक टेस्ट – नियमित रूप से मॉक टेस्ट दें जिससे आपका अभ्यास अच्छा हो|
- पिछले सालों के पेपर्स का समाधान करें – पिछले सालों के पेपर्स का समाधान करें, ताकि आपको परीक्षा के पैटर्न का पता चले|
- आत्म-विश्वास बनाए रखें – अपने आत्म-विश्वास को मजबूत रखें और अपने लक्ष्य को हासिल करने के लिए पूरी मेहनत करें|
इन रणनीतियों का पालन करके आप अपनी UPSC की तैयारी को सही दिशा में ले सकते हैं।
IPS अधिकरियों की सफलता की कहानी –
“Patience, Perseverance और Dedication, ये जिसके अंदर सबसे स्ट्रॉन्ग होगा ना, बन जाएगा IAS” – TVF ASPIRANTS
भारतीय पुलिस सेवा (IPS) के अधिकारियों की कई कहानियाँ हैं जो प्रेरणादायक हैं,
और उनमें से एक कहानी है किरण बेदी की, जिन्होंने भारत की पहली महिला IPS अधिकारी के रूप में अपनी अद्वितीय पहचान बनाई|
1972 में उन्हें इस पद पर नियुक्ति मिली और 35 वर्षों तक सेवा की| उनके कार्यकाल में, उन्होंने तिहाड़ जेल में सुधारात्मक प्रोग्राम शुरू किए और समाज के विभिन्न क्षेत्रों में अपना योगदान दिया| उनकी सफलता की कहानी ने अनगिनत महिलाओं को प्रेरित किया है|
16 जुलाई 1972 को, बेदी ने नेशनल एकेडमी ऑफ़ एडमिनिस्ट्रेशन, मसूरी में पुलिस प्रशिक्षण शुरू किया| उन्हें 80 पुरुषों के एक बैच में अकेली महिला के रूप में चुना गया था और वे पहली महिला IPS अधिकारी बन गईं| बेदी का पहला पदावनत दिल्ली के चाणक्यपुरी उप-विभाग में 1975 में हुआ| उसी साल, उन्होंने दिल्ली पुलिस की सभी पुरुष दल का पहली महिला नेतृत्व किया| दिल्ली में पोस्ट किए जाते समय, उन्होंने महिलाओं के खिलाफ अपराधों में कमी लाई|
डॉ. किरण बेदी – आलम्नी अफेयर्स, आईआईटीडी – तिहाड़ जेल के इंस्पेक्टर जनरल के रूप में, उन्होंने कैदियों के लिए विभिन्न सुधार किए, जैसे योग, शिकायत सुलझाना, और ध्यान। साथ ही, उन्होंने दो संगठन स्थापित किए, नवज्योति (1988) और इंडिया विजन फाउंडेशन (1994), जिनका उद्देश्य नशे के बीमारों और विभिन्न गरीब लोगों के जीवन को सुधारना था| 1979 में, उन्हें राष्ट्रपति की वीरता पुरस्कार से सम्मानित किया गया| 22 मई 2016 को, बेदी को पुडुचेरी के लेफ्टिनेंट गवर्नर के रूप में नियुक्त किया गया|
एक अन्य प्रेरणादायक कहानी है आदित्य की, जिन्होंने 30 प्रतियोगी परीक्षाओं में असफलता का सामना किया और अंततः IPS अधिकारी बने| उनकी कहानी दर्शाती है कि दृढ़ संकल्प और कठिन परिश्रम से सफलता संभव है|
एक इंटरव्यू में, आदित्य ने बताया कि उन्हें UPSC पास करने से पहले 30 परीक्षाओं में फेल होना पड़ा| लेकिन उन्होंने कभी निराश नहीं हुए और हार नहीं मानी| वे कड़ी मेहनत करते रहे और अंत में चौथी कोशिश में ही UPSC परीक्षा में सफलता प्राप्त की| इसके अलावा, उन्होंने 2018 में इस परीक्षा में ऑल इंडिया रैंक 630वां हासिल किया और वर्तमान में संगरूर में ASP (Assistant Superintendent of Police) के पद पर कार्यरत हैं|
परीक्षा की तैयारी के लिए कम से कम 20 घंटे लगातार पढ़ाई करना उनका अनिवार्य मान्या जाता है| उन्होंने यह भी कहा कि इतनी मेहनत के बावजूद, उन्हें परीक्षा में कई बार फेल होना पड़ा| कभी-कभी उन्हें निराशा महसूस होती और वे तैयारी छोड़ने के बारे में सोचते थे, लेकिन फिर भी वे सामाजिक दबाव और नकारात्मकता से दूर रहने का चयन करते और अपने आप को पढ़ाई करने के लिए प्रेरित करते| उन्होंने बताया कि वे खुद को उत्साहित किया करते थे और खुद को कहते थे कि उनका समय आएगा|
उन्होंने अपनी पढ़ाई को किसी भी तरह से हल्का नहीं लिया, अपनी तैयारी की रणनीति बदली और समय प्रबंधन से लेकर सामान्य ज्ञान तक के हर पहलू को स्वामित्व किया| आदित्य बताते हैं कि लिखने के उत्तरों को अभ्यास करना सबसे आसान और सफल फार्मूला में से एक है| यह न केवल लेखन की गति को सुधारता है, बल्कि उत्तर के संरचना में भी मदद करता है| इसके अलावा, यह भी बताया कि लेखन का अभ्यास करने के लिए, निबंध लिखने की आदत बनाएं और इसे अपनी दैनिक रूटीन में शामिल करें|
उन्होंने सभी aspirants को ये भी सलाह दी कि वे प्रीलिम्स के लिए अच्छे से तैयारी करे| सबसे महत्वपूर्ण है कि आप समय का प्रबंधन कैसे करें और इसके साथ, वैकल्पिक विषय पर पूरा कमांड रखें|
साथ ही, प्रीलिम्स के लिए याद रखें कि जजेस आपकी व्यक्तित्व की अधिक जांच करेंगे, अपके ज्ञान से भी अधिक| इसलिए, अपने भूमिका की विस्तृत तैयारी करना न भूलें|
“जो FAIL होता है वही बता सकता है गलतियां कहा न करे, कभी-कभी आपका सबसे ख़राब खिलाड़ी देश का सबसे अच्छा कोच बन जाता है|” – TVF ASPIRANTS
UPSC की तैयारी के लिए –
योग्यता-:
UPSC के लिए योग्यता कुछ इस प्रकार है-
- शैक्षणिक योग्यता – प्रत्याशी का किसी भी मान्यता प्राप्त कॉलेज से किसी भी स्ट्रीम का बैचलर्स डिग्री होना ज़रूरी है, इस परीक्षा मे शामिल होने के लिए|
- आयु सीमा – सामान्य श्रेणी के लिए न्यूनतम आयु 21 वर्ष और अधिकतम आयु 32 वर्ष है| OBC के लिए अधिकतम आयु सीमा 35 वर्ष, SC/ST के लिए 37 वर्ष, और दिव्यांग प्रत्याशी के लिए विभिन्न श्रेणियों के अनुसार अधिकतम आयु सीमा 42 वर्ष तक हो सकती है|
- नागरिकता – UPSC के लिए भारतीय नागरिक होना आवश्यक है| कुछ अन्य सेवाओं के लिए नेपाल, भूटान एवं अन्य देशो के नागरिको को भी सशर्त अनुमति दी जा सकती है|
- शारीरिक योग्यता – आईपीएस जैसे कुछ पदों के लिएशारीरिक योग्यताओं का भी पूरा होना जरूरी है| इसमें अक्सर आवश्यक शारीरिक दाक्षता, आँखों की दृष्टि और निम्न या अन्य किसी व्यक्ति के शारीरिक स्वास्थ्य की आवश्यकता होती है|
- संयुक्त दंड – UPSC द्वारा निर्धारित संयुक्त दंड का पालन करना आवश्यक है| यदि व्यक्ति किसी अन्य सरकारी नौकरी पर ध्यान देना चाहता है तो उसका गुप्ताचार से संबंधित विभाग में कोई प्रक्रिया नहीं चल रही होनी चाहिए|
- प्रयासो की संख्या –
सामान्य वर्ग (General) | 6 |
OBC | 9 |
SC/ST | कोई सीमा नहीं |
फीस-:
आईएएस की कोचिंग की फीस विभिन्न संस्थानों द्वारा निर्धारित की जाती है और यह आमतौर पर क्षेत्र और संस्थान की विशेषताओं पर निर्भर करती है| आपके उद्देश्य और आर्थिक स्थिति के आधार पर, आपको उपयुक्त कोचिंग संस्थान का चयन करना चाहिए| आमतौर पर, एक वर्षीय कक्षा कोचिंग की औसत फीस ₹1,00,000 से ₹2,50,000 के बीच होती है, जबकि ऑनलाइन कोचिंग की फीस ₹65,000 से ₹1,55,000 के बीच हो सकती है| इसके अलावा, कुछ संस्थान ऐसे भी हैं जो ऑनलाइन कोर्स के लिए केवल ₹49,000 जैसी कम फीस भी लेते हैं|
यह ध्यान देना महत्वपूर्ण है कि फीस के अलावा, कोचिंग संस्थान की गुणवत्ता, शिक्षण पद्धति, और परीक्षा की तैयारी में उनकी सफलता दर भी महत्वपूर्ण होती है| इसलिए, कोचिंग संस्थान का चयन करते समय इन सभी पहलुओं पर विचार करे|
UPSC के चरण-:
चरण 1 :
प्रारंभिक परीक्षा (PRELIMS): इसमें 2 पेपर होते हैं,
पेपर 1 – सामान्य अध्ययन (General Studies) जिसमें राजनीति शास्त्र, जनरल साइंस, अर्थ शास्त्र, इतिहास, भूगोल और करंट अफेयर्स शामिल हैं|
पेपर 2 – सामान्य योग्यता परीक्षा (CSAT) जिसमें क्वांटिटेटिव एप्टिट्यूड, तर्कशक्ति, समझ आदि शामिल हैं| पास होने के लिए कम से कम 33% अंक आवश्यक हैं|
चरण 2 :
मुख्य परीक्षा (MAINS): इसमें 9 पेपर होते हैं, जिनमें से 4 सामान्य अध्ययन के पेपर, 2 वैकल्पिक विषय के पेपर, 1 निबंध पेपर, और 1-1 पेपर अंग्रेजी और क्षेत्रीय भाषा के होते हैं|
चरण 3 :
साक्षात्कार (INTERVIEW): यह 275 अंकों का होता है और मुख्य परीक्षा के अंकों के साथ मिलाकर मेरिट लिस्ट तैयार की जाती है| कुल मिलाकर, मुख्य परीक्षा और साक्षात्कार मिलाकर 2025 अंक होते हैं|
**कर्रेंट अफेयर्स और जनरल नॉलेज के लिए रोज़ाना समाचार पढ़े|
एग्जाम पैटर्न-:
UPSC प्रीलिम्स और मेन्स परीक्षा के पैटर्न का संक्षिप्त विवरण इस प्रकार है –
UPSC PRELIMS परीक्षा पैटर्न:
- पेपर 1 (GS 1) – भारतीय इतिहास, अर्थशास्त्र, भारत और विश्व का भूगोल, विज्ञान और प्रौद्योगिकी, भारतीय राजनीति, समसामयिक मामले और पर्यावरण पर आधारित|
- पेपर 2 (GS 2) – रीजनिंग, एप्टीट्यूड और क्वांटिटेटिव पर आधारित|
- पेपर की लैंग्वेज – इंग्लिश, हिंदी|
- एग्जाम ड्यूरेशन – दोनों पेपर के लिए कुल 4 घंटे (प्रत्येक पेपर 2 घंटा)|
- क्वेश्चंस – GS पेपर 1 के लिए 100 प्रश्न, GS पेपर 2 के लिए 80 प्रश्न|
- मार्क्स – कुल 400 अंक (प्रत्येक पेपर के लिए 200 अंक)|
- क्वालीफाइंग – पेपर 2 के लिए 33% अंक|
UPSC MAINS परीक्षा पैटर्न:
- पेपर – कुल 9 पेपर|
- पेपर लैंग्वेज – इंग्लिश, हिंदी, और भारतीय संविधान की अनुसूची 8 में उल्लिखित 22 भाषाओं में भाषा के पेपर|
- सब्जेक्ट – अनिवार्य भारतीय भाषा, इंग्लिश, निबंध, जीएस पेपर I, II, III, IV, ऑप्शनल सब्जेक्ट I, ऑप्शनल सब्जेक्ट III |
- एग्जाम ड्यूरेशन – प्रत्येक पेपर के लिए 3 घंटे|
- अंक – जीएस और ऑप्शनल पेपर के लिए 250 अंक, अनिवार्य भारतीय भाषा और इंग्लिश पेपर के लिए 300 अंक|
- अधिकतम अंक – 1750 अंक|
यह पैटर्न UPSC परीक्षा की तैयारी के लिए एक मार्गदर्शक के रूप में काम कर सकता है|
प्रश्न पत्र (Previous Year Questions)-:
आप यूपीएससी परीक्षा के लिए पिछले वर्षों के प्रश्न पत्रों का अध्ययन करना एक महत्वपूर्ण अध्ययन रणनीति है| ये प्रश्न पत्र आपको परीक्षा के पैटर्न, प्रश्नों के प्रकार और कठिनाई स्तर की गहराई से समझ प्रदान करते हैं| निम्नलिखित स्रोतों से यूपीएससी के पिछले वर्षों के प्रश्न पत्र पीडीएफ प्रारूप में डाउनलोड कर सकते हैं:
- BYJU’S पर आपको प्रीलिम्स और मेन्स परीक्षा के लिए पिछले वर्षों के प्रश्न पत्र मिलेंगे|
- Mission UPSC पर IAS Prelims (GS + CSAT) Solved Paper (1993 – 2023) PDF डाउनलोड करने के लिए उपलब्ध हैं|
- Testbook पर यूपीएससी इतिहास वैकल्पिक पिछले वर्षों के प्रश्न पत्र उपलब्ध हैं|
- यूपीएससी की आधिकारिक वेबसाइट पर भी आईएएस परीक्षा के पिछले वर्षों के प्रश्न पत्र को UPSC की आधिकारिक वेबसाइट से पीडीएफ प्रारूप में डाउनलोड कर सकते हैं|
इन प्रश्न पत्रों का अध्ययन करके आप अपनी तैयारी को और अधिक मजबूत कर सकते हैं और परीक्षा के लिए बेहतर तैयार हो सकते हैं|
Previous Years Question Papers के लिए यहाँ क्लिक करे|
वेतन संरचना –
यूपीएससी अधिकारियों की सैलरी संरचना उनके पद, वरिष्ठता और सेवा के वर्षों के आधार पर निर्धारित होती है| एक नए यूपीएससी अधिकारी की बेसिक सैलरी ₹56,100 प्रति माह से शुरू होती है और सेवा के वर्षों के साथ बढ़ती जाती है| उच्चतम पद, जैसे कि कैबिनेट सचिव के लिए, सैलरी ₹2,50,000 प्रति माह तक पहुंच सकती है|
इसके अलावा, अधिकारियों को विभिन्न भत्ते जैसे कि Dearness Allowance (DA), House Rent Allowance (HRA), Travel Allowance (TA) और अन्य लाभ भी प्राप्त होते हैं, जो उनके पोस्टिंग स्थान और अन्य कारकों पर निर्भर करती हैं| 7वें वेतन आयोग के अनुसार, ‘Pay Grade’ की प्रणाली को हटाकर ‘Consolidated Pay Levels’ की नई प्रणाली लागू की गई है, जिसमें Basic Pay के साथ-साथ additional allowances शामिल होते हैं|
यूपीएससी अधिकारियों की सैलरी संरचना उनके लिए एक आकर्षक पहलू है और यह उन्हें सिविल सेवा की ओर आकर्षित करती है, जिसमें समाज की सेवा करने का गौरव और सम्मान भी शामिल है|
“IAS बनना बड़ी बात नहीं है, नहीं बात यह है कि जिस कुड़सी पर आप बैठेंगे ना उससे आपकी इज़्ज़त न हो, बल्कि आपसे उस कुड़सी की इज़्ज़त हो” – 12TH FAIL
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